Sunday 9 June 2019

प्रतियोगी परीक्षाओं मे चयन (selection) के बाधक~ एक विश्लेषण(भाग-3)


बाधक संख्या 3- Facebook और Whatsapp मे अपने को Rockstar या Queen साबित करने की जदोजहद-
कौन popular होना नहीं चाहता। सब popular होना चाहते, चाहे popular होने के लिए उन्हें किसी भी हद तक क्यों न जाना हो।
कुछ अभिनेत्रियां व models अपने अभिनय के प्रारंभिक दौर मे जब वो अच्छे role पाने के लिए जूझ रही होती, उस दौरान वो Casting Couch जैसे ग़लत चीज़ों को भी करने को ready हो जाती।
(मैंने कुछ Model कहा। सारे models के बारे मे नहीं कहा। Mind it!) (ये explanation मुझे इसलिए देना पड़ा क्योंकि आजकल के लोग बहुत ज्यादा समझदार हो गए हैं 😊 क्या बताऊँ साहेब। एक छोटी सी statement से किसी area मे दंगे तक हो सकते।
अगर मेरी भाषा मे कहा जाए तो आज के लोगों मे E.I.(Emotional Intelligence) की बेहद कमी हो गई है। 🙂)
माफ करना भाई लोग। मुझे disclaimer(अस्वीकरण) बीच मे इसलिए देना पड़ा क्योंकि न जाने, कौन मेरे इस बात के लिए मेरा दुश्मन हो जाता। बताया न, आज कल के लोग बहुत समझदार है 😁😊
कहाँ थे हमलोग!! हाँ। याद आया। हमलोग popular होने की जदोजहद की बात कर रहे थें। कुछ लोग तो मुझ पर भी इल्ज़ाम लगाते है कि मैं famous होने की मंशा से Facebook मे SSC related post डालता हूँ। 😣 इस संबंध में बस मैं इतना कहना चाहूँगा की मैं किसी समाज सेवा या popular होने के नाते post नहीं डालता अपितु मुझे लिखना पसंद है,बस इसलिए मैं post डालता हूँ। इसमें मेरा अपना हित है। अतः मुझे कोई समाजसेवी न समझे। 😊🤗
अब आते है काम की बात पर। आज कल के Government Job Aspirants का आधा से ज्यादा समय या यूं कहें तो सारा समय Facebook, Instagram एंड Whatsapp मे अपने आपको famous करने मे बीत जाता है।
Swag हैं भाई का, looking super hot Darlo😘। इन बातों को सुनने के लिए आज कल के Aspirants अपने mobile से अपने को चिपका कर बैठते है।
कुछ aspirants तो ये बहाना करके facebook से जुड़े रहते है कि कुछ अच्छे Group है Facebook मे, उनसे पढ़ाई अच्छी हो जाती। भाईलोग और उनकी बहन लोग, दिल पर हाथ रख कर बताना कि वाकई मैं वो केवल Group मे पढ़ाई करती है या फिर पढ़ाई के बहाने Group मे post हो रहे अनगिनत वाहियात post और comments का हिस्सा हो रहे?
मैंने तो यही देखा है कि लोग पढ़ाई करने के बहाने whatsapp या Facebook खोलते, पर group मे पढ़ाई कम, नौटंकी ज्यादा करते। लोगों के comments खोल खोल कर पढ़ते, कुछ funny comments मे खिलखिला कर हँसते औऱ अगर किसी लड़की ने कुछ help मांगा हो तो जरूरत से ज्यादा प्यार और अपना समय उसके सवाल के हल ढूंढ़ने मे लगा देते।
मैं ये नहीं कह रहा कि दूसरों की मदद करना ग़लत है। पर दोस्तों पहले अपनी तो मदद कर लो। 😉 पहले खुद तो कुछ बन जाओ। कुछ बड़ा हासिल करो। उसके बाद जी खोल कर जिंदगी और social networking sites के मज़े लेना। उस time कोई नही रोकेगा आपको। 😊
परिशिष्ट भाग(Post Script)-
आप genuinely पढ़िए सरकार। खुद को बेवकूफ़ न बनाएं। स्वयं का खुद आकलन करे और मंथन करे कि क्या सच मे वो Facebook और Whatsapp मे दिए समय के आनुपातिक लाभ प्राप्त कर रहे या नहीं। अगर यह अनुपात ऋणात्मक(negative) है तो आपको Social networking sites मे दिया जाने वाले समय को घटाना होगा ताकि ये अनुपात सकारात्मक हो जाए। मैं गणित की भाषा मे अपनी बात को समझाना चाह रहा, अब Government aspirants से ये उम्मीद तो की जा सकती है न कि वो गणित के Basic ज्ञान की भाषा को समझ सके। 😊
धन्यवाद।
अंक जारी.......

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